बक्सवाहा।दिगम्बर जैन समाज द्वारा बकस्वाहा में कराए जा रहे सिद्ध चक्र महामंडल विधान को आचार्य विधासागर के परम शिष्य ब्रह्रचारी राजेन्द्र भाईया जी के सान्निध्य कराया जा रहा है 16 तारीख से शुरू श्री 1008 सिद्ध चक्र महामंडल विधान के पांचवे दिन श्रद्धालुओं की उपस्थिति में खासी बढ़ोतरी देखने को मिली ।
आज विधान के पांचवेदिन सुबह 6 बजे से पंडाल में भक्तो की भीड़ लगनी शुरू हो गई सुबह 6:30 पर भगवान का तीन बेदीयो पर बारी बारी अभिषेक ,पूजन व् संगीतमय आरती हुई तद्पश्चात सौधर्म इंद्र विनोद जैन ,कुबेर बीरेंद्र जैन व् सभी इंद्र इंद्रनियो ने भक्ति की उसके उपरान्त विधान के 256 अर्ग चढ़ाये गए व् विधान कार्यक्रम में बने इंद्र सुकमाल जैन,नवनीत जैन,पंकज जैन ,आलोक जैन के साथ साथ सभी इन्द्रो ने भगवान की संगीतमय भक्ति की।
कुबेर बीरेंद्र जैन ने धन वर्षा की उसके उपरांत भगवन बाहुबली के मस्तकाभिषेक करने श्रद्धालु सिर पर 108 कलश रख कर हाथो में धर्म ध्वजा ले कर सारे नगर में भ्रमण करते हुए बिशाल जुलुस के रूप में मंदिर पहुचे वह सर्व प्रथम बाहुबली भगवन का मस्तकाभिषेक किया फिर 300 वर्ष प्राचीन पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा का मस्तकाभिषेक किया उसके उपरांत नवीन बेदी में विराजमान तीनो प्रतिमाओं का मस्तकाभिषेक हुआ आज बिशेस था भहुबली भगवान का मस्तकाभिषेक यह बाहुबली भगवान का मस्तकाभिषेक पुरे 30 साल बाद हुआ जिसे देखने भारी तादाद में भक्तो की उपस्थिति रही। वही शाम को संगीतमय आरती व् प्रवचन हुए उसके उपरांत धार्मिक नाटक व् नृत्य कार्यक्रम के साथ पांचवे दिन का विधान संपन्न हुआ।
आज विधान के पांचवेदिन सुबह 6 बजे से पंडाल में भक्तो की भीड़ लगनी शुरू हो गई सुबह 6:30 पर भगवान का तीन बेदीयो पर बारी बारी अभिषेक ,पूजन व् संगीतमय आरती हुई तद्पश्चात सौधर्म इंद्र विनोद जैन ,कुबेर बीरेंद्र जैन व् सभी इंद्र इंद्रनियो ने भक्ति की उसके उपरान्त विधान के 256 अर्ग चढ़ाये गए व् विधान कार्यक्रम में बने इंद्र सुकमाल जैन,नवनीत जैन,पंकज जैन ,आलोक जैन के साथ साथ सभी इन्द्रो ने भगवान की संगीतमय भक्ति की।
कुबेर बीरेंद्र जैन ने धन वर्षा की उसके उपरांत भगवन बाहुबली के मस्तकाभिषेक करने श्रद्धालु सिर पर 108 कलश रख कर हाथो में धर्म ध्वजा ले कर सारे नगर में भ्रमण करते हुए बिशाल जुलुस के रूप में मंदिर पहुचे वह सर्व प्रथम बाहुबली भगवन का मस्तकाभिषेक किया फिर 300 वर्ष प्राचीन पार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमा का मस्तकाभिषेक किया उसके उपरांत नवीन बेदी में विराजमान तीनो प्रतिमाओं का मस्तकाभिषेक हुआ आज बिशेस था भहुबली भगवान का मस्तकाभिषेक यह बाहुबली भगवान का मस्तकाभिषेक पुरे 30 साल बाद हुआ जिसे देखने भारी तादाद में भक्तो की उपस्थिति रही। वही शाम को संगीतमय आरती व् प्रवचन हुए उसके उपरांत धार्मिक नाटक व् नृत्य कार्यक्रम के साथ पांचवे दिन का विधान संपन्न हुआ।
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