देश के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आम बजट 2018 के आने से पहले केंद्र सरकार की कई नीतियों पर सवाल खड़ा किया है. उन्होंने कहा है कि सरकार ने 2017-18 में 70 लाख नौकरियां पैदा होने का नया शिगूफा छोड़ा है, ऐसा असल में होना संभव ही नहीं है.

उन्होंने कहा है कि चीन की जीडीपी भारत के मुकाबले पांच गुना ज्यादा है और वहां साल में केवल 50 लाख नौकरियां पैदा हो रही हैं तो भारत में कैसे 70 लाख नौकरियां पैदा हो सकती हैं.

उन्होंने अपनी यूपीए सरकार की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि उन्होंने रोजगार, शिक्षा और कृषि क्षेत्र के लिए काम किया. उन्होंने कहा कि हाल ही में वित्त मंत्री के पेश किए गए इकोनॉमिक सर्वे से भी यही बात निकलकर सामने आई है.

इसके अलावा, चिदंबरम ने प्रधानमंत्री मोदी के मिशन बताए जा रहे 'एक राष्ट्र-एक चुनाव' को नया जुमला बताया है. उन्होंने कहा कि भारत का संविधान किसी भी राज्य को शासन के लिए तय समयावधि नहीं देता है. चिदंबरम ने कहा है कि जब तक आप संविधान में परिवर्तन नहीं करते हैं, यह संभव ही नहीं हो सकता है.

देश के पूर्व वित्त मंत्री और गृह मंत्री रह चुके चिदंबरम ने कहा है कि केवल राज्यों के चुनावों को पहले कराकर या आगे टालकर ही उन्हें लोकसभा चुनावों के साथ कराया जा सकता है. उन्होंने कहा है कि 'एक राष्ट्र- एक चुनाव' भी 'एक राष्ट्र- एक टैक्स' की तरह एक जुमला ही है.

चिदंबरम ने यह बातें अपनी किताब  'स्पीकिंग ट्रुथ टू पावर' के उद्घाटन के मौके पर कहीं. इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि 10 में से 9 कांग्रेस राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में देखना चाहते थे.
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