आगरा-पुलिस टीम ने नॉकरी के नाम पर ठगी करने बाले शातिर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल हुई है,यह गिरोह पत्रकारिता की आड़ में संगीन अपराधों को अंजाम देता था, आई.जी आगरा की क्राइम ब्रांच टीम ने इस गिरोह का भांड़ाफोड़ किया है। स्पेशल टीम ने नॉकरी के नाम पर लोगो को लूटने बाले गिरोह के शातिरो को गिरफ्तार किया है,पुलिस टीम के हत्थे चढ़े सभी आरोपी नौकरी के नाम पर लोगों को चूना लगाते थे और लाखों रूपए ऐंठ लिया करते थे वही इस गिरोह में पत्रकारिता की आड़ में जीजा-साले गिरोह का संचालन कर रहे थे,ये शातिर पुलिस से बचने के लिए पत्रकारिता का सहारा लिया करता था,इस गिरोह के शातिर सदस्य नॉकरी के लिए अलग-अलग राज्यों में प्रकाशित अखबारों में विज्ञापन देकर लोगो को अपना शिकार बनाते थे।

इस पूरी घटना का खुलासा जब हुआ जब नॉकरी के नाम पर लगातार शिकायते बढ़ रही थी,नॉकरी के नाम पर बढ़ रही शिकायतों को देखते हुए आई.जी. आगरा ने स्पेशल टीम को इन घटनाओं का खुलासा करने के तैयार किया,इस स्पेशल टीम ने बम्बई और गुजरात से प्राप्त हुए शिकायती पत्रो पर कार्यवाही करते हुए शातिरों की तलाश शुरू कर दी, जिसके बाद देश के कई राज्यो समेत महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्य समाचार-पत्रों में नौकरी के नाम पर दिए गए विज्ञापनों की जाँच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस को यह पता चला कि इन विज्ञापनों के जरिए होने वाली कमाई का बड़ा हिस्सा उत्तर प्रदेश के बैंक  खातों में जमा हो रहा है,जिसके बाद पुलिस टीम ने आगरा के कई थाना क्षेत्रों में ताबड़तोड़ दबिश देकर इस शातिर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया।






पुलिस टीम के हत्थे चढ़े शातिर अपराधियों ने बैंक खातों से लेकर फोन नम्बर भी फर्जी आईडी पर ले रखे थे। फर्जी पहचान-पत्र और फर्जी निवास प्रमाण-पत्र होने के चलते पुलिस का शातिरों तक पुलिस को पहुँचने में कामयावी नही मिली,तव पुलिस ने इन खातों से दूसरे खातों में जाने बाली राशि की पड़ताल की तो पुलिस को इन शातिरों को पकड़ने में आखिर सफलता हासिल हो गयी,

पकड़े गए इन शातिरों से पुलिस को 18 मोबाइल फ़ोन,इंटरनेट डोंगल,फ़र्ज़ी आधार कार्ड,बैंक पास बुक, एटीएम कार्ड,पैन कार्ड समेत अबैध असलाह भी बरामद हुए है

पुलिस के हत्थे चढ़ा शातिर मुकेश बाबू अपने भाई विजयकांत, साले कृष्णवीर और पत्नी कृष्णा के साथ मिलकर ठगी की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस ने तथाकथित पत्रकार मुकेश बाबू, विजयकांत, और कृष्णवीर को गिरफ्तार कर लिया है,गिरफ्त में आये मुकेश ने बताया कि ठगी से होने वाली कमाई का बड़ा हिस्सा वह अपनी अय्याशियों पर खर्च करता था। पुलिस टीम को अभी इस गिरोह से जुडे भूरा, सुरेन्द्र, कमलेश, राजवीर सहित कुछ और शातिरों की भी तलाश है

इस पूरे मामले के खुलासे की टीम में इंस्पेक्टर शैलेश, एसआई विनय भारद्वाज,एएसआईएम विशाल शर्मा सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मियों की मुख्य भूमिका रही। आई.जी. आगरा ए.सतीश गणेश की ओर से इस शातिर गिरोह को पकड़ने वाली टीम को 25 हजार रूपए की नगद पुरूस्कार देने की घोषणा की है।
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